Interview with Hemraj

Tell about your new collection

पिछले पाँच सालों से मैं एक सीरीज़ पर काम कर रहा हूँ ,जिसका नाम मैंने रखा है इंटरनल रैमिनिसैसं २.० ।इस सीरीज़ को मैं पहले भी प्रदर्शित कर चुका हूँ लेकिन अब में हैं इसी सीरीज़ के एक्सटेंशन पर काम कर रहा हूँ । मेरी इस सीरीज़ का नाम मेरे विचारों पर आधारित नहीं है बल्कि ये मेरे प्रोसेस का नाम है मेरे पेंटिंग करने के तरीक़े का नाम है इंटरनल रैमिनिसैसं २.० । मैं  उसको पेंट नहीं करता जो निरंतर बदलता रहता है जिसमें निरंतर परिवर्तन होते रहते हैं जैसे हमारे विचार आज कुछ कल कुछ ,ये विचार  एक से नहीं नहीं रहते हैं हमेशा बदलते रहते हैं इसलिए मैं इन्हें पेंट नहीं करता मैं उसे पेंट करता हूँ जो हमारे अंदर सास्वत है ,जो हमेशा है और हमेशा रहेगा मैं उसको अपनी पेंटिंग्स में बनाता हूँ जो जो न कभी बदलता ।
मैं हमेशा introvert रहा हूँ बहार नहीं अंदर देखता हूँ ,जो मेरे अंदर है जो मेरे दिमाग़ के पार है मैं उसे पेंट करने की कोशिश करता हूँ। हमारे अंदर जो नेचर है जो प्रकृति हैं जो बहार से पूरे ब्रह्मांड से जुड़ी हुई है मैं उसे अपने चित्रों में लाने की कोशिश करता हूँ और मेरे चित्र मुझे हमेशा नए लगते हैं हमेशा वो कभी भी पुराने नहीं होते हैं क्योंकि वो किसी बात को इंगित नहीं करते हैं, अगर वो किसी बात को इंगित करते  तो  पुराने हो जाते हैं क्योंकि बातें ,विचार पुराने और नए होते हैं मैं तो उसको पेंट करता हूँ जो ना नया होता है ना पुराना होता है बस वो होता है और होता है। यही है मेरे नए कलेक्शन का विषय।

When ywoll you launched this collection.
इस कलेक्शन को लॉन्च करने के लिए मुझे अभी थोड़ा और वक़्त चाहिए मुझे कम से कम इसको लॉन्च करने के लिए लगभग 50 पेंटिंग चाहिए जिनमें से मैं हैं select करकर कुल मिलाकर 20-पच्चीस पेंटिंग डिस्प्ले करूँगा मैं सभी काम को डिस्प्ले नहीं करूँगा बल्कि उस मे से सिलेक्टेड काम ही launch करूँगा ।मैं इसे लॉन्च करने के लिए मैं अपनी एकल प्रदर्शन दिल्ली ,मुम्बई US  और अन्य जगह पर अपनी पेंटिंग की प्रदर्शन करूँगा । इसके अलावा मैं ऑनलाइन भी प्रदर्शन करूँगा जिससे कि ज़्यादा से ज़्यादा लोग इसका आनंद ले सके इसको निहार सके हैं।

When will you exhibit your painting? What your plan about your solo show of your exhibition of paintings 

पेंटिंग की प्रदर्शनी लगाने के बारे में मैं कभी नहीं सोचता बल्कि मैं अपने काम में अपने चित्र बनाने में हमेशा बिज़ी रहता हूँ और अपने  लक्ष्य की और बढ़ाने की कोशिश करता रहता हूँ ताकि पेंटिंग्स इतनी हो जाएं कि उसे  एकल प्रदर्शन  की जा सके मैं इसके लिए मुझे कम से कम पचास पेंटिंग्स की ज़रूरत पड़ेगी जिनमें से केवल बीस या पच्चीस पेंटिंग ही प्रदर्शित करूँगा।

Tell about your hobbies

meri कोई ऐसी ख़ास होबी  नहीं है meri सिर्फ़ एक ही होबी  है ,music सुनना और फ़िल्में देखना जब मैं painting नहीं कर रहा होता तो मैं फ़िल्में देखता हूँ music सुनता हूँ मैं Indian और विदेशी दोनों तरह की फ़िल्में देखता हूँ चाहे वह commercial फ़िल्मों या फिर आर्ट film में हर तरह की फ़िल्में देखता हूँ मुझे शोक है फ़िल्में देखने का और music सुनने का म्यूज़िक में मैं सुफ़ी संगीत , क्लासिकल संगीत और फोक म्यूजिक सुनना पसंद करता हूँ ।

https://drive.google.com/uc?export=view&id=1MKyoGq1tsUVimvdEfKyZ0cKyoQ6ENW19https://drive.google.com/uc?export=view&id=1zozDAMMtR2SRAycG-k-LaT-v3ilGv-9-https://drive.google.com/uc?export=view&id=14gLz-S1otB-CJgJPMKWK82hzYC1Ointuhttps://drive.google.com/uc?export=view&id=1wGA4xhvy1IPAh9dZmiJvFvRFmFfEW7aB

Comments

Popular posts from this blog

hemraj

Envisioning the invisible -Hem Raj